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चमत्कारी काढ़े से खांसी और नजले को ठीक करें सिर्फ 5 मिनट में

नमस्कार दोस्तों आपका मेरे आज के ब्लॉग में स्वागत है जैसा कि आप लोग देख रहे हैं की ठंड दिन पर दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में बहुत से लोग इस मौसम को एंजॉय करते हैं और बहुत से लोग बीमारियों में घिर जाते हैं सर्दियों का मौसम आते ही नजला, जुकाम, खांसी, फ्लू होना शुरू हो जाता है बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनका सीना जाम हो जाता है और सीना बलगम की वजह से जकड़ जाता है ऐसे में उनको सांस लेने में भी बहुत परेशानी होती है तरह-तरह के उपाय करने के बावजूद जल्दी आराम नहीं मिलता। ठंड का मौसम आते ही लोगों को सर्दी जुकाम होना शुरू हो जाता है यह एक सामान्य बात है परंतु जब यह ज्यादा बढ़ जाता है तो हम एंटीबायोटिक दवाइयां कैप्सूल और सिरप लेना शुरू कर देते हैं जिनका फायदे के साथ नुकसान भी होता है इन दवाइयां को लेने से हमें नींद ज्यादा आती है शरीर में सुस्ती रहती है या कभी-कभी पेट में भी दर्द होने लगता है लेकिन प्रकृति ने हमें एक घरेलू नुस्खा भी दिया है जिसकी सहायता से हम इस परेशानी से बच सकते हैं आज हम आपको ऐसे चमत्कारी काढ़े के बारे में बताएंगे जिसको पीने के बाद खांसी और नजला कुछ ही पलों में ठीक हो जाएगा

खांसी जुकाम आमतौर पर संक्रमण या एलर्जी के कारण होता है इसके कुछ मुख्य कारण हम आपको बताने जा रहे हैं जो निम्नलिखित हैं

1.सबसे सामान्य कारण मे वायरल संक्रमण होता है जिसके ‌कारण खांसी जुकाम बहुत जल्दी हो जाता है इसका एक मुख्य कारण राइनो वायरस है इसके अलावा इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से भी फ्लू होने का खतरा रहता है यह वाइरस सांस के माध्यम से संक्रमित सतह को छूने से फैल जाता है।
2.धूल, धुआं, जानवरों के बाल कुछ ऐसी चीजों से भी एलर्जी हो जाती है जिसके कारण खांसी और जुकाम हो सकता है। जो लोग अपने घर में जानवर पालते हैं उनको भी नजला जुकाम होने की संभावना अधिक होती है।
3.ठंडा मौसम आते ही अचानक तापमान में बदलाव हो जाने के कारण खांसी जुकाम के लक्षण उभर सकते है यह एक मुख्य कारण है जिसकी वजह से लोग अधिक बीमार पड़ते हैं।
4.जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह लोग जल्दी संक्रमित हो जाते हैं अगर घर में किसी को भी फ्लू हो जाता है तो कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले को भी फ्लू होने का डर रहता है।
5.ठंड में लोग ज्यादा धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं तंबाकू का धुआं और वायु में होने वाले प्रदूषण से गले और श्वसन तंत्र में जलन पैदा हो जाती है जिससे खांसी आना शुरू हो जाती है
6.वातावरण के बदलते ही नजला जुकाम बढ़ जाता है और साइनस जैसा संक्रमण होने का खतरा रहता है साइनस का संक्रमण होने पर बलगम का उत्पादन ज्यादा होने लगता है जिससे खांसी और नाक बंद रहने लगती है
7.दमा और अस्थमा वातावरण के बदलते ही दमा और अस्थमा का अटैक आने का भी खतरा बढ़ जाता है पुरानी खांसी और सांस लेने में कठिनाई होना ये अस्थमा का संकेत होता है।

खांसी जुकाम होना एक सामान्य रोग है मौसम बदलते ही चाहे बच्चे हो या बड़े यह सभी को हो जाता है परंतु आज जो उपाय हम आपको बता रहे हैं उसको अपना कर आप इस रोग से मुक्ति पा सकते हैं यह उपाय आयुर्वेदिक होने के साथ घरेलू भी है जिसका कोई हानिकारक प्रभाव आपके शरीर पर नहीं पड़ेगा और इसमें पड़ने वाली सभी सामग्री आपको बहुत आसानी से अपने घर पर या आसपास मिल जाएगी। इस घरेलू उपाय का सेवन करके आपको कोई साइड इफेक्ट भी नहीं झेलना पड़ेगा। जैसा की एलोपैथिक दवाइयां को खाने के बाद झेलना पड़ता है तो चलिए दोस्तों आज हम ऐसा नुस्खा बनाएंगे जिसकी सहायता से आपका पुराने से पुराना खांसी जुकाम 5 मिनट में ठीक हो जाएगा

अमरूद के पत्तों में विटामिन सी होता है जो प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है यह फेफड़ों में होने वाले संक्रमण को भी रोकने में सहायक होता हैं यह नजला जुकाम में लाभ तो पहुंचता ही हैं साथ ही संक्रमण से लड़ने की ताकत भी देता हैं।

अदरक हमारे गले में होने वाली खराश को कम करता है यह एक नेचुरल इन्फ्लेमेटरी एजेंट है। इसकी सहायता से सांस की नलियां साफ होती है और जो धम्मियां जाम हो जाती हैं वह भी यह खोल देता है।

लौंग भी फेफड़ों की सफाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसकी सहायता से फेफड़ों में जो जमे हुए चिपचिपे बलगम होते हैं उनको यह बाहर निकाल देता है।

दालचीनी एक प्राचीन मसाला है जिसकी तासीर गर्म होती है यह बॉडी को अंदर से गर्म रखती है दालचीनी इंफेक्शन से लड़ने में हमारी सहायता करती है।

काली मिर्च फेफड़ों में जमे बलगम को बाहर निकलने में मदद करती है फेफड़ों में जब बलगम जम जाता है तो सांस लेने में बहुत परेशानी होती है काली मिर्च की सहायता से यह सारे बलगम को निकाल कर बाहर कर देती है।

खांसी का अत्यधिक बढ़ जाने पर ज्यादातर लोग शहद का इस्तेमाल करते हैं शहद के अंदर ऐसे गुण होते हैं जो प्राकृतिक तौर पर खांसी को दूर करते हैं और गले में आराम पहुंचाते हैं।

इस घरेलू नुस्खे को बनाने का तरीका बहुत ही आसान है इसके लिए सबसे पहले आप अमरूद के पत्तों को अच्छी तरह धोकर काट लें और उसकी दंडी अलग कर दें। उसके बाद एक पैन में दो कप पानी डालकर गैस पर चढ़ा दें और पानी में उबाल आने दें। उबाल आने के बाद इसके अंदर अमरूद के पत्ते डाल दें। इसके साथ ही एक इंच अदरक का टुकड़ा, काली मिर्च और लॉन्ग को कुचलकर पैन में डाल दें। अब इसको अच्छे से पकने दें जब यह पक पक कर एक कप पानी रह जाए तो आप इसे चन्नी की सहायता से छान लें। इसके बाद इसके अंदर एक चम्मच शहद मिला दे अब आप इसका सेवन करें। ध्यान रहे दोस्तों कि इसका सेवन आपको गर्म ही करना है। दिन भर में दो बार आप इसका सेवन कर सकते हैं एक या दो दिन सेवन करने के बाद ही आपको फर्क पता चल जाएगा। परंतु अगर गंभीर बीमारी होती है तो इसमें समय भी लग सकता है।

दोस्तों आज हमने आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताया है जिसको इस्तेमाल करने से आपको किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होगा ।यह बिल्कुल नेचुरल तरीके से बनाया हुआ काढ़ा है। इसकी सहायता से आपकी खांसी जुकाम कुछ ही समय में बिल्कुल ठीक हो जाएगा। पुरानी से पुरानी खांसी या जुकाम में भी यह बहुत लाभदायक सिद्ध हुआ है। परंतु इसके बाद भी अगर इनमें से किसी चीज से आपको एलर्जी है तो आप इसको ना लें। और अगर तीन-चार दिनों के बाद भी आपको इस काढ़े से आराम नहीं मिलता है तो आप डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें। मेरा यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं।

प्रश्न1-नजला कितने दिन तक रहता है?
उत्तर-नजला जुकाम आमतौर पर एक हफ्ते में ठीक हो जाता है परंतु अगर उसके बाद भी ठीक ना हो तो डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।
प्रश्न2-जुकाम किसकी कमी से होता है?
उत्तर-ज्यादातर जुकाम और नजला संक्रमण से होता है शरीर में जब विटामिन सी की कमी हो जाती है तब भी हम जल्दी बीमार हो सकते हैं क्योंकि विटामिन सी की कमी से जुकाम से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
प्रश्न3-नजले जुकाम में क्या चीज नहीं खानी चाहिए?
उत्तर-नजले जुकाम में कोशिश यह करें कि ठंडा फल न खाए ,ठंडा पानी न पिए और रात के समय दही का भी सेवन न करें।
प्रश्न4-बंद नाक को कैसे खोलें?
उत्तर-बंद नाक को खोलने के लिए गर्म पानी की भाप ले। योग और व्यायाम नियमित रूप से करते रहें और प्रदूषण और धूल में जाने से बचें।

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